लोहागढ़ में जन्म हुआ,फ़िर कोई दो दशक पहले रंग और ब्रश के साथ दुनिया को समझने और अभिव्यक्त करने गुलाबी नगर आ गया ,कला की कई डिग्रियाँ लीं -राजस्थान स्कूल आव आर्ट और राजस्थान यूनिवर्सिटी से,कला के अलग अलग फॉर्म-सेमी मॉडर्न आदि में काम करना जीवन के अलग अलग रंगों से रूबरू होना महसूस करता हूँ,वैसे फॉर्म कोई भी हो कला सृजन का सुख ज़्यादा महत्वपूर्ण है ,
इन दिनों आम आदमी की नज़र से जिन्दगी को देखने और अपने तरीके से जाहिर करने की कोशिश कर रहा हूँ ,कितनी सफल , ये फैसला या तो आप करें या ईश्वर,
कार्टूनिंग मेरी नज़र में आम आदमी के रूप में ख़ुद पर हंस कर अपना दर्द भूलने की कोशिश है ....
1 टिप्पणी:
bahoot khoob. kya comment hai.
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